पीआर का खेल था मोदी-ग्रिल्स का डिस्कवरी शो




डिस्कवरी चैनल पर बेयर ग्रिल्स के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम पिछले दिनों देश भर में चर्चा का विषय रहा। लोगों ने कौतूहल के साथ यह प्रोग्राम देखा। मैं भी उत्सुक था कि आखिर इस प्रोग्राम में क्या दिखाया जायेगा। बेयर ग्रिल्स मैन्स वर्सेस वाइल्ड शो का विश्वप्रसिद्ध कलाकार है, जो जंगलों, नदी-नालों और वीराने पहाड़ों पर बिना किसी सहारे के जीवित रहने की जुगत करता दिखाया जाता है।

बेयर ग्रिल्स के पास एक लंबी रस्सी, पानी की एक बोतल, आग जलाने का एक पत्थर, एक चाकू और पहने हुए कपड़े ही होते हैं। जिंदा रहने के लिए कभी वो सांप या चूहे मार कर खाता है, तो कभी पत्तों पर पड़ी ओस पीकर प्यास बुझाता है। कहानी इतने सजीव ढंग से दिखायी जाती है कि दर्शक दांतों तले उंगली दबा लेते हैं। प्रधानमंत्री को ग्रिल्स ने खुद बताया कि दक्षिण अफ्रीका में एक बार उसने हाथी की लीद को निचोड़ कर उसका जूस पी लिया था, ताकि उसे ताजा प्रोटीन मिल सके।

पर्दे पर चाहे जो दिखाया जाये, लेकिन होती तो यह एक पूर्व नियोजित शूटिंग ही है, जिसमें एक कैमरा टीम उसके साथ हर वक्त रहती है। शूटिंग का पूरा तामझाम भी साथ चलता है। यानी खतरा या भूख प्यास जैसा कुछ नहीं होता है, सब एक्टिंग मात्र होती है, जैसे कि अन्य फिल्में बनायी और दिखायी जाती हैं। तो पूरा खेल झूठ पर आधारित होता है।

प्रधानमंत्री मोदी तो जनसंपर्क के माहिर खिलाड़ी हैं, सो उन्होंने यह प्रोग्राम अपनी पीआर टीम के कहने पर किया था। इसकी शूटिंग लोकसभा चुनावों से पहले ठीक उस वक्त हुई थी, जब पुलवामा में आतंकवादी हमला हुआ था। उत्तराखंड के जिम कार्बेट नेशनल पार्क में पूरे सुरक्षा बंदोबस्त के बीच पहले से लिखी स्क्रिप्ट के अनुसार शूटिंग हुई थी। इसके पीछे आइडिया यह था कि मोदी को प्रधानमंत्री पद का एक सशक्त उम्मीदवार दिखाया जाये, जो किसी भी तरह के खतरों से नहीं डरता है। जाबांज हीरो वाला यह कार्यक्रम उस वक्त इसलिए नहीं प्रसारित किया गया, क्योंकि पाकिस्तान के साथ तनाव पैदा हो गया था और ऐसी फिल्म दिखाना उल्टा पड़ जाता।

अब चूंकि सब कुछ प्रधानमंत्री के फेवर में जा रहा है और वे पूरी ताकत के साथ सरकार चला रहे हैं, तो शांति से यह प्रोग्राम टीवी पर दिखाया गया। परंतु, यह थी पूरी की पूरी एक पीआर एक्सरसाइज, जिसमें दो मंझे हुए खिलाड़ी अपना-अपना अभिनय कर रहे थे। वरना, मोदी जी की हिंदी और बेयर ग्रिल्स की अंग्रेजी में कहां का मेल। दूसरे, प्रोग्राम में रोमांच की जगह मोदी जी का गुणगान और उनकी लाइफ के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताने पर ज्यादा जोर था।

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