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मार्च, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दिया कब बुझा, पता नहीं

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सूचनाओं का सागर है। दुनिया भर की खबर है। बस अपनी सुध नहीं। न करीबियों की। सोशल मीडिया है। टीवी है। इंटरनेट है। व्हाट्सएप है। चुटकुले हैं। भीड़ है। बाजार है। मोदी हैं। केजरीवाल हैं। पप्पू है। लालू हैं। महंगाई है। अखबारों में खबरों की जगह विज्ञापन हैं। बेमतलब की चीजें बहुत हैं। काम का कम ही है। जो है वो महंगा है। पतंजलि के विज्ञापन फ्री हैं। प्रोडक्ट महंगे हैं। पर उनके यहां थैली खरीदनी पड़ती है। नहीं तो सौदा हाथ में ले जाओ। खबरों का कोई चैनल ऐसा नहीं, जिसका चूल्हा पतंजलि न चला रहा हो। एमडीएच के बब्बा भी हार गये रामदेव से। पहले परेशान किया चौबीस घंटे की टीवी न्यूज ने। अब डिजिटल पोर्टल और सोशल मीडिया ने तो कबाड़ा ही कर दिया। जानकारी कम, विज्ञापनी कचरा ज्यादा। इस जंजाल में पता ही नहीं चलता आप खोजने क्या निकले थे, और उलझ किस चीज में गये। सच ही है, अति सर्वत्र वर्जयेत। आज नेट पर खोज रहा था आज की खबर। सामने आ गयी ढाई साल पहले की एक खबर। अजय एन झा के गुजर जाने की। टीवी और अखबारी दुनिया के बड़े पत्रकार थे। अच्छे मित्र थे। बंगलौर में मिले थे सहारा के ऑफिस में। बात 1993 की है। मुझे कवर करना

योगा फेस्टिवल को सस्ता, सुलभ और व्यापक करने की जरूरत

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ऋषिकेश में वार्षिक इंटरनेशनल योगा फेस्टिवल 1 मार्च को शुरू हो गया। एक सप्ताह चलने वाला यह उत्सव दो-तीन अलग-अलग स्थानों पर आयोजित होता है।  राजनेताओं एवं विदेशियों की उपस्थिति के चलते परमार्थ निकेतन का फेस्टिवल अधिक चर्चा में रहता है। हालांकि, उत्तराखंड सरकार का पर्यटन विभाग इसे अपने 'गंगा रिसॉर्ट' में आयेाजित करता है। इस बार, होटल 'योग वशिष्ठ' में भी एक लघु आयोजन किया गया है। पिछले कई वर्षों से सक्रिय रहा होटल 'गंगा किनारे' इस बार दौड़ से बाहर है।  Time to Prayer.  (Photo: Parmarth Niketan) परमार्थ  निकेतन  की वेबसाइट पर रेट लिस्ट नहीं दी गयी है। हालांकि, यहां भारतीयों से प्रति व्यक्ति कम से कम रु. 10,000 और विदेशियों से प्रति व्यक्ति रु. 50,000 या अधिक लिये जाते हैं। आश्रम का कमरा, भोजन एवं योग कक्षाओं में भागीदारी इस शुल्क में शामिल  है। सरकारी आयोजन में प्रतिदिन रु. 1,000 फीस देकर सिर्फ कार्यक्रमों में भाग लिया जा सकता है। रहने का शुल्क अलग से है, जो रु. 7,500 से लेकर रु. 16,000 तक के पैकेज के रूप में मिलता है।  The participants at Interna