पलई मेले में प्रकाश फाउंडेशन का मेडिकल कैम्प

गांंव से राजू ने जैसे ही फोन पर बताया कि नवरात्र का मेला लगने वाला है, तत्काल मैंने पलई जाने का मन बना लिया। मेरे पूर्व सहपाठी, पीजीआई चंडीगढ़ के वरिष्ठ डॉक्टर विरिन्दर सिंह गोगिया की पत्नी श्रीमती कैनी गोगिया हमारे घर पर ही थीं। वे भी तुरंत चलने के लिए तैयार हो गयीं। मेरी बेटी खुशबू और उनकी बेटी गुनीत भी साथ हो लीं। 30 सितम्बर, 2011 को हम कार से बदायूं पहुंचे। अगली सुबह हम पलई में थे।


मेले में आसपास के गांवों के लोग भी थे। हमारी गाड़ियां जैसे ही मेला स्थल पहुचीं, उत्साह भरे नारे सुनाई देने लगे। वहां मौजूद लोगों में बहुत उत्सुकता और कौतूहल था। पूरा वातावरण मानो पूरी तरह से चार्ज्ड था।  

मेरे मित्र, बदायूं के डॉ. रमिंदर सिंह भी सपिरवार साथ में थे। उन्होंने वहां एक नि:शुल्क मेडिकल कैम्प लगाया और सौ से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य का  परीक्षण किया। मैंने प्रकाश फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट के उद्देश्यों और कामों के बारे में वहां मौजूद लोगों को बताया। सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। कैनी जी ने बच्चों को गेम खिलवाये। हमने विजेताओं को पुरुस्कृत किया। कुल मिलाकर सब कुछ बहुत ही खुशनुमा और उत्साहवर्द्धक रहा।



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